हाय..दिस इज रामप्यारी. आज का अंतिम हिंट देखिये. और जवाब दिजिये ताऊ डाट इन पर जाकर.
यह रहा चित्र.

और रामप्यारी इस पहेली के जवाब के साथ सोमवार को फ़िर हाजिर होगी. तब तक मैं जरा ताऊजी डाट काम का हालचाल जानने जाती हूं. आप को वहां आना हो यहां चटका लगा कर आजाईयेगा.
6 comments:
बिल्लन ....अब बचा क्या बताने को ये हिंट थी या पूरा क्लोर मिंट ..दिमाग की बत्ती जल गई ....
अरे मौसी, ई क्या किया, हांय !
जल्दिबाजी में उत्तर ही छाप दिया ?
खुल्ला खेल फर्रुखाबादी हो गया ये तो...हे रामप्यारी ये तूने क्या किया...
नीरज
ऐसे हिंट तो सुबह 6 बजे ही दे दिए जाने चाहिए। जिससे सब पहेली का सही उत्तर देकर अधिक से अधिक नंबर प्राप्त कर सकें। देखना 8 बजे कितनी मारा मारी मच जाएगी ताऊ पहेली का जवाब देने वालों की। सब सुबह जल्दी उठ जाया करेंगे और हमारा पप्पू तो गांठ बांधकर सोचता रहेगा कि क्यों बांधी थी गांठ और जागता रहेगा। जब याद आएगा तो सोचेगा कि थोड़ा सा सो लूं और बस पहेली का हल कोई और दे जाएगा। आप भी देखिए आज पप्पू ने ऐसा ही कारनामा किया है http://words.sushilkumar.net/2009/11/blog-post.html
अरी राम प्यारी कोई ऎसा सवाल पुछ कि कोई बता ना पाये? चलो हम पुछेगे एक सवाल देखे कोन जबाब देता है.
्राम प्यारी कैसी हो बहुत दिन हो गये तुम से मिले बस तुम से मिलने चली आयी । तुम्हारे सवाल अभी खत्म नहीं हुये?
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